यहां शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड लगाने की तैयारी, जाने नया अपडेट Teachers Dress Code

Teachers Dress Code: शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने वीरवार को समग्र शिक्षा, उच्च शिक्षा और प्राथमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की. इस बैठक में शिक्षा प्रणाली को अधिक प्रभावी बनाने और स्कूलों में जरूरी सुधार लाने को लेकर चर्चा की गई. उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे अपने अधीन स्कूलों का नियमित निरीक्षण करें और शिक्षा मंत्री के निर्देशों का पालन सुनिश्चित करें.

अधिकारियों को स्कूलों का निरीक्षण करने के निर्देश

बैठक में शिक्षा सचिव ने जिला उपनिदेशकों से कहा कि वे स्कूलों का लगातार निरीक्षण करें और यह सुनिश्चित करें कि शिक्षा का स्तर ऊंचा बना रहे. उन्होंने कहा कि स्कूलों में लाइब्रेरी, प्रयोगशाला (लैब) और खेल सामग्री का पूरा उपयोग किया जाए ताकि छात्रों को सर्वश्रेष्ठ सुविधाएं मिल सकें. इसके अलावा स्कूलों में साफ-सफाई, बिजली-पानी की सुविधा और कमरों की स्थिति की भी जांच करने को कहा गया.

शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड पर हुई चर्चा

बैठक में एक महत्वपूर्ण विषय शिक्षकों के लिए ड्रेस कोड लागू करने को लेकर भी चर्चा हुई. शिक्षा सचिव ने कहा कि शिक्षकों के लिए एक निश्चित ड्रेस कोड लागू करने पर विचार किया जा सकता है, ताकि वे अधिक प्रोफेशनल दिखें और अनुशासन बनाए रखें. हालांकि इस फैसले को लागू करने से पहले सभी पक्षों की राय ली जाएगी.

स्कूलों में स्मार्ट रूम और लाइब्रेरी का पूरा उपयोग हो

शिक्षा सचिव ने कहा कि यह स्कूल प्रमुखों की जिम्मेदारी है कि वे स्मार्ट रूम और लाइब्रेरी जैसी सुविधाओं का पूरा उपयोग करवाएं. छात्रों को आधुनिक तकनीक के माध्यम से पढ़ाई करने के अवसर मिलने चाहिए. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे अपनी विजिट के दौरान यह सुनिश्चित करें कि इन संसाधनों का सही तरीके से इस्तेमाल हो रहा है या नहीं.

क्लस्टर एक्टिविटी और अन्य व्यवस्थाओं की भी होगी जांच

अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे स्कूलों में विजिट के दौरान केवल बुनियादी सुविधाओं तक सीमित न रहें. बल्कि क्लस्टर एक्टिविटी (Cluster Activity) और अन्य गतिविधियों का भी ब्यौरा लें. इसका उद्देश्य यह है कि शिक्षण प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी बनाया जाए और छात्रों को शिक्षा के नए-नए तरीकों से जोड़कर उनकी रुचि को बढ़ाया जाए.

बीच सत्र में शिक्षकों की ट्रांसफर पर रोक

बैठक में शिक्षा सचिव ने बताया कि प्रदेश सरकार ने शिक्षा की गुणवत्ता को बनाए रखने और छात्रों की पढ़ाई में किसी तरह की बाधा न आने देने के लिए बीच सत्र में शिक्षकों की ट्रांसफर पर रोक लगा दी है. मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के इस फैसले से शिक्षा प्रणाली को मजबूती मिली है और छात्रों की पढ़ाई प्रभावित नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि सरकार भविष्य में भी जरूरत के अनुसार ही ट्रांसफर करेगी.

शिक्षा सचिव ने दिए सुझाव सुधार के लिए

शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने अधिकारियों से कहा कि वे स्कूलों में अपनी विजिट इस नजरिए से करें कि वहां किन चीजों में सुधार किया जा सकता है. उन्होंने अधिकारियों से सुझाव देने को कहा ताकि स्कूलों की व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाया जा सके. उनका मानना है कि जब अधिकारी खुद सुधार के उपाय सुझाएंगे, तो स्कूलों में शिक्षा का स्तर और ऊंचा उठेगा.

बैठक में कौन-कौन रहे मौजूद?

इस महत्वपूर्ण बैठक में समग्र शिक्षा निदेशक राजेश शर्मा, उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा, प्राथमिक शिक्षा निदेशक आशीष कोहली, अतिरिक्त निदेशक उच्च शिक्षा डॉ. हरीश शर्मा, अतिरिक्त निदेशक प्राथमिक शिक्षा बी.आर. शर्मा, जिलों के उप शिक्षा निदेशक सहित अन्य अधिकारी भी शामिल रहे. सभी अधिकारियों ने शिक्षा सचिव द्वारा दिए गए निर्देशों पर अपनी सहमति जताई और शिक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने का आश्वासन दिया.

स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने की योजना

बैठक में चर्चा के दौरान यह भी निर्णय लिया गया कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को और अधिक सशक्त बनाने के लिए नए कदम उठाए जाएंगे. स्मार्ट क्लासरूम्स को बढ़ावा दिया जाएगा और छात्रों को आधुनिक तकनीक से जोड़ने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.

शिक्षकों को मिलेगी ट्रेनिंग, ताकि वे बच्चों को और बेहतर शिक्षा दे सकें

सरकार शिक्षकों को समय-समय पर ट्रेनिंग देने की योजना भी बना रही है. ताकि वे नए शिक्षण तकनीकों से अपडेट रहें और बच्चों को बेहतर शिक्षा दे सकें. डिजिटल लर्निंग और स्मार्ट एजुकेशन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा ताकि छात्र तकनीकी रूप से भी सशक्त बन सकें.